गेटवे ( नेटवर्किंग सिस्टम )  

 

 

1) 

गेटवे एक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों की तरह काम करता है |
आप इसे अपने घर के बाहरी  गेट  की तरह मान सकते है , जो की बहार से अंदर और अंदर से बाहर का आवागमन को सुलभ बनाता है ||


2)

गेटवे एक ऐसा नोड होता है , जो दो नोड को जोड़ता हैं .....
उदहारण के लिए दो कंप्यूटर सिस्टम का एक साथ जुड़ना या दो नेटवर्क का जुड़ना ||

3)

 
गेटवे की सहायता से हम डाटा को सेंड आसानी से कर सकते है |
इंटरनेट और बहोत सारे ऐसे डिवाइस है ... जिन्हे हम बिना गेटवे की सहायता के अपने कार्य में नहीं ला सकते ||

4)

 गेटवे की सहायता से हमारा डाटा एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में आसानी से मूव कर सकता है ||

5)

गेटवे राऊटर से ज्यादा  काम्प्लेक्स और पावरफुल होता है 

6)

गेटवे बिभिन्न परकार के नेटवर्क व्यवस्था के कम्युनिकेशन को संभव करता हो | गेटवे अगर ना हो तो मुश्किल है दो नेटवर्क के बिच कम्युनिकेशन कराना ||

7)

गेटवे ( OSI ) के सातो लेयर्स पे काम करता है |
मुखयतः ये थ्री लेयर्स पे काम करता है
१) एप्लीकेशन लेयर
२)प्रजेंटशन लेयर
३) ट्रांसपोर्ट लेयर  

8) 

गेटवे मुख्यतः दो परकार के होते है
१) यूनिडायरेक्शनल गेटवे
२) बाइडिरेक्शनल गेटवे 


9)

गेटवे कभी सॉफ्टवेयर कभी हार्डवेयर और कभी -कभी दोनों की तरह काम करता है ||

गेटवे सारे लोकल नेटवर्क को सिक्योरिटी प्रदान करता है
गेटवे लोकल नेटवर्क को पब्लिक नेटवर्क से कनेक्ट करने का काम भी करता है || 

10)

सम फाल्ट इन गेटवे

१) डाटा ट्रांसमिशन रेट स्लो होती है

२) ज्यादा एक्सपेंसिव होता है

३) सारे नेटवर्क से गेटवे धीमा वर्क करता है 





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